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लक्ष्य आधारित हों हमारे प्रयास: जिला कलक्टर
बैठक में अनुपस्थित कार्मिकों को
कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिये निर्देश
भरतपुर, 28 नवम्बर। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला कलक्टर डॉ जोगाराम की अध्यक्षता में गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
जिला कलेक्टर ने मीटिंग में उपिस्थत नही होने वाले अधिकारियों एवं कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया गया उन्होंने कहा कि जो अधिकारी एवं कार्मिक अपनी मर्जी, स्वेच्छा से  मीटिंग में उपस्थित नहीं हुए हैं उनके खिलाफ नोटिस जारी कर कार्यवाही की जावे।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले को अंग्रिम पंक्ति में लाने के लिए हमारे प्रयास लक्ष्य आधारित होने चाहिए। लक्ष्य आधारित होने पर हमें स्वयं ध्यान रहेगा कि ब्लॉक में कमी कहां पर है और थोड़ी मेहनत करने पर हमारे चिकित्सा केन्द्र की रैंकिंग बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आप अपने-अपने ब्लॉक के आवंटित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण करें ताकि राज्य में जिले का अच्छा प्रदर्शन हो सके। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में चार माह का समय शेष रह गया है, इसलिए आप अपना कार्य समझदारी से करें, इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
जिला कलक्टर ने कहा कि चिकित्सा योजनाओं में जिला स्तरीय अधिकारियों सहित बीसीएमओ, बीपीएम व एमओ अपने-अपने चिकित्सा संस्थानों के समस्त कार्यों की माॅनिटरिंग करें और योजनाओं की क्रियान्विति में आ रही समस्याओं को प्रभावी ढंग से दूर करे, इसमें लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि ब्लॉक मीटिंग में सीएचसी एवं पीएचसी इंचार्ज अवश्य रूप से उपिस्थत रहें। उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों के संबंध में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित कार्मिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जावेगी। उन्होंने कहा कि जिन ब्लॉकों का रैंकिंग स्कोर कम है, वो अपने ब्लॉक की रैंकिंग बढ़ाने का प्रयास करे।
दवा की उपलब्धता हो शत प्रतिशत
जिला कलक्टर ने निःशुल्क दवा योजना की समीक्षा करते हुए सभी को निर्देश दिये कि सभी चिकित्सा संस्थानों एवं सभी निशुल्क दवा वितरण केन्द्रों पर समस्त दवाईयां उपलब्ध रहें, जिससे मरीजों को सभी दवाईयां आसानी से उपलब्ध हो सकें।
राजश्री योजना, जेएसवाई और आरएसवाई की किश्तों का समय पर भुगतान करने, परिवार कल्याण सेवाओं की कार्ययोजना बनाकर प्रगति करने एवं पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान प्रत्येक खंड को 5-5 एनएसवी केस कराने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलेक्टर ने लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही करने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने योजनाओं की समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी चिकित्सा अधिकारी और कार्मिकों को समय पर संस्थान पर उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए है तथा जिला स्तरीय एवं ब्लाॅक स्तरीय चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से फील्ड भ्रमण एवं मॉनिटरिंग करें। सभी प्रभारियों को जेएसवाई, राजश्री, अन्तरा, पीपीआईयूसीडी, नसबंदी की प्रगति में सुधार लाकर समय पर लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने हेतु निर्देश प्रदान किए गए साथ ही सभी चिकित्सा संस्थानों पर होने वाले प्रसव का 30 प्रतिशत तक पीपीआईयूसीडी निवेशन सुनिश्चित करावे।  उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे टीकाकरण के प्राप्त लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करें।
डॉ. हितेश बंसल ने सिलिकोसिस एवम राष्ट्रीय संशोधित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम (टीबी) कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें हर सम्भावित मरीज की ऑनलाइन एण्ट्री करवानी होगी साथ ही प्रत्येक सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्पुटम जांच होनी चाहिए।
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पशुओं के प्रति संवेदनशील होकर करें सेवाभाव: जिला कलक्टर
भरतपुर, 28 नवम्बर। जिला स्तरीय पशु क्रुरता समिति की बैठक जिला कलक्टर एवं समिति के अध्यक्ष डाॅ0 जोगाराम की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर ने आमजन का आहृवान किया कि वे  पशुओं के प्रति संवदेनशीलता एवं सहष्णुता अपनाये। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक युग में पशुओं की उपयोगिता कम होने के कारण उनको पर्याप्त सम्मान नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने जिले में आवारा पशुओं एवं गौवंश की समस्या को मद्देनजर रखते हुए उपखण्ड स्तर पर गौशालाओं के निर्माण की सम्भावना को तलाश करने एवं भूमि की उपलब्धता होने पर दानदाताओं के माध्यम से गौशालाओं का निर्माण एवं संचालन के प्रयास करने के निर्देश पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक को दिये साथ ही पशु क्रूरता रोकथाम के सम्बंध में व्यापक चेतना जाग्रत करने के लिए प्रचार-प्रसार कराया जाने पर जोर दिया। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इकरन में निर्माणाधीन गौशाला का शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण कराये जिससे आमजन को आवारा गौवंश की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने पशु क्रुरता समिति के विस्तार के लिए समिति से आमजन को जोडने के लिए सदस्यता अभियान चलाने के निर्देश दिये। इसके लिए पर्याप्त नियमावली निर्धारित करें । उन्होंने शहर में आवारा पशुओं की धर पकड कर उन्हें पर्याप्त संरक्षण देने के नगर निगम को निर्देश दिये।
बैठक में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा. नागेश चैधरी ने कहा कि पशु क्रुरता समिति के विस्तार के लिए आमजन को जोडने के लिए समाचार पत्रों के माध्यम से प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने समिति द्वारा अब तक किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में समिति के सदस्य मां ब्रज माधुरी अपना घर सेवा समिति के डा. बीएम भारद्वाज ने भरतपुर शहर में पशु की सहायता के लिए रेस्क्यू टीम तैयार करने तथा सूचनाओं के तत्काल आदान-प्रदान करने के लिए काॅल सेन्टर स्थापित करने की बात कही। बैठक में पशुपालन विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक योगेन्द्र सिंह ने कहा कि पूर्व की भांति ग्राम पंचायत स्तर पर सिवायचक भूमि पर ग्रामवासियों के सहयोग से अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कर किसानों के फसल को होने वाले नुकसान से निजात दिलायी जा सकती है।
बैठक में समिति की सदस्य सचिव कविता सहित पशु कु्ररता समिति के सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में गौशालाओं की समस्याओं पर हुआ मंथन
जिला कलक्टर डाॅ. जोगाराम ने भरतपुर में संचालित एवं पंजीकृत गौशालाओं के प्रतिनिधियों से गौशालाओं की समस्याओं पर विचार-विमर्श कर उनकी क्षमता बढ़ाकर आमजन को आवारा गौवंशों से निजात दिलाने के प्रयास करने को कहा।
बैठक में जडखोर गौशाला के प्रतिनिधि द्वारा विद्युत सप्लाई, भूमि नामांतरण एवं चम्बल पेयजल योजना का कनेक्शन देने, सेउ गौशाला, कलवटा भोजन थाली गौशाला एवं जयश्री गौशाला के प्रतिनिधियों ने गौशाला भूमि को वन क्षेत्र भूमि से मुक्त करने के वाद का निस्तारण कराने एवं पशुशाला में खारे पानी से निजात दिलाने, बांदीपुर गौशाला के प्रतिनिधि ने माइनर की सफाई कराकर तालाब से जल सप्लाइ कराकर समस्या का समाधान कराने, श्री कृष्ण समिति गौशाला, बयाना के प्रतिनिधि ने गौपालन विभाग द्वारा गौशाला निर्माण के लिए 10 लाख रूपये की स्वीकृत राशि की निर्माण ऐजन्सी तय कर निर्माण कार्य शुरू कराने की बात कही।
बैठक में हनुमान गौशाला रूदावल एवं खानपुर गौशाला के प्रतिनिधियों ने पुनः सर्वे कराकर अनुदानित गौशाला सूची में शामिल कराने की मांग की जिस पर जिला कलक्टर ने पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक को पुनः सर्वे कराकर गौशालाओं को लाभांवित कराने एवं भूमि सम्बंधित प्रकरणों के निस्तारण के लिए सम्बंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
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जिले को अधिक मात्रा में अन्तर्राज्यीय सिंचाई जल मिलेगा
जिले में बढ़ेगा सिंचित क्षेत्र का दायरा
भरतपुर, 28 नवम्बर। 1994 में हुए अन्तर्राज्यीय समझौते के अनुसार भरतपुर जिले को यमुना नदी का जल  गुड़गांव मुख्य नहर प्रणाली से हरियाणा राज्य के माध्यम से एवं भरतपुर फीडर प्रणाली से उत्तर प्रदेश राज्य के माध्यम से प्राप्त होता है। भरतपुर जिले में इस अन्तर्राज्यीय जल की उपलब्धता ओखला बैराज पर पानी की मात्रा तथा हरियाणा व उत्तर प्रदेश राज्यों द्वारा छोड़े गए जल पर निर्भर करती है।
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियन्ता राकेश गुप्ता ने बताया कि गुड़गांव मुख्य नहर में 1 अक्टूबर से 27 नवम्बर तक औसतन 210 क्यूसेक पानी प्राप्त हुआ है जिससे गुड़गांव मुख्य नहर की टेल 53 किमी. तक की तीन वितरिकाओं एवं 38 माइनरों में पानी दिया गया है। 27 नवम्बर तक राजस्थान सीमा में 53 किमी. नीचे ग्राम नगला खोह तक पानी पहुंच रहा है। जिससे लगभग 7500 हैक्टेयर भूमि सिंचित की जा चुकी है। चालू रबी सीजन में ग्राम नगला खोह तक पहली बार पानी पहुंचा है। गुड़गांव मुख्य नहर के आग टेल वितरिका 18 किमी. लम्बी है जिसमें पानी पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
भरतपुर फीडर में उत्तर प्रदेश की आगरा कैनाल से निकलने वाली अडींग-रजवाहा से 14 किमी. उत्तर प्रदेश सीमा में बहने के बाद पानी राजस्थान सीमा में ग्राम बहज के पास प्रवेश करता है। आगरा कैनाल में 4 अक्टूबर से 15 नवम्बर तक नहरबंदी (क्लोजर) होने के कारण पानी नहीं चला था। इसके बाद 16 नवम्बर से पानी आना प्रारंभ हुआ। पानी कम मिलने पर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से संपर्क कर पानी की मात्रा बढवाई गई फिर भी भरतपुर फीडर के राजस्थान सीमा में 6 किमी. तक ही पानी पहुंच पाया। पुनः उत्तर प्रदेश के काश्तकारों द्वारा उनके एरिया में अडींग-रजवाहा नहर के बन्द कराए गए गेटों को खोलकर गायब कर देने के कारण पानी कम आना प्रारम्भ हुआ तो पुनः 27 नवम्बर को अपर यमुना रिवर बोर्ड, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण कर जल संसाधन विभाग, राजस्थान के अधिकारियों ने अडींग-रजवाहा में पानी बढ़वा दिया गया है जिससे भरतपुर फीडर में पानी बढ़ गया है। विभागीय स्तर पर पूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं कि भरतपुर जिले के भरतपुर फीडर कमाण्ड क्षेत्र के काश्तकारों को यथासंभव अधिक से अधिक पानी उपलब्ध कराया जा सके।
राजस्थान को गुड़गांव मेन केनाल तथा भरतपुर फीडर के माध्यम से गत वर्षाें की तुलना में काफी अधिक पानी मिल रहा है एवं आगे भी मिलेगा। किसान भाइयों से अपील है कि विभाग को सहयोग कर अपनी बारी आने पर ही सिंचाई जल प्राप्त करें। हैड रीच के गांव जहां अब तक सिंचाई की जा चुकी ह,ै वहां के काश्तकार कृपया अपने कुलावे व पम्प सैटों को बंद कर पानी का प्रवाह टेल के काश्तकारों तक पहुंचाने में सहयोग प्रदान करें। टेल के काश्तकार कृपया धैर्य बनाए रखें। सभी काश्तकारों तक पानी पहुंचाया जा सक,े इसके लिए जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधि, राज्य स्तर के विभागीय अधिकारियों इत्यादि सभी के स्तर से उत्तर प्रदेश व हरियाणा से पानी लाने के पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। पानी के अवैध दोहन रोकने हेतु पेट्रोलिंग के निर्देश भी दिए गए हैं।
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कुम्हेर एवं डीग के 5 कलस्टरों में चम्बल पेयजल सप्लाई शुरू
भरतपुर, 28 नवम्बर। चम्बल पेयजल परियोजना के तहत उपखण्ड कुम्हेर एवं डीग के 5 क्लस्टरों के 20 गांव के लिए पेयजल सप्लाई शुरू कर दी गयी है।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग चम्बल परियोजना के अधिशाषी अभियंता राजेन्द्र कुमार अग्निहोत्री ने बताया कि पेयजल परियोजना के तहत उपखण्ड डीग की कुचावटी कलस्टर के तहत ग्राम कुचावटी, गढी लोधा, खेरिया पुरोहित, सिनसिनी कलस्टर के तहत ग्राम सिनसिनी, बरावली कलस्टर के गांव बरावली एवं खोरी कलस्टर के ग्राम खोहरी, गिरसे सहित 7 गांव में चम्बल पेयजल की सप्लाई चालू कर दी गयी है तथा इन कलस्टरों के चम्बल पेयजल परियोजना से वंचित शेष ग्रामों को लाभान्वित कराने के लिए पेयजल पाइपलाइन का परीक्षण का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि उपखण्ड कुम्हेर के बोरई कलस्टर के ग्राम बोरई, चक सेह, नगला मांझी, नगला सवाईराम, नगला गंगा, बैलारा खुर्द एवं नगला बझेरा में भी चम्बल परियोजना के तहत पेयजल सप्लाई शुरू कर दी गयी है तथा सोगर कलस्टर के ग्राम सोगर, सहनावली, मोरोली खुर्द तथा मोरोली कलां को पेयजल सप्लाई से लाभान्वित कराने के लिए पेयजल पाइपलाइन परीक्षण का कार्य प्रगति पर है।
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सतत मिलाप शिविर का आयोजन 30 को
भरतपुर, 28 नवम्बर। भूतपूर्व सैनिकों व वीरांगनाओं को मिलने वाली सुविधाओं एवं समस्याओं के समाधान के लिए सतत मिलाप शिविर का आयोजन 30 नवम्बर को प्रातः 10 बजे से पंचायत समिति रूपवास में किया जायेगा।
बैटरी कमाण्डर कैप्टन कृष्णमूर्ति अय्यर ने बताया कि इस शिविर में भूतपूर्व सैनिकों एवं वीरांगनाओं को केन्द्र सरकार सैनिक कल्याण योजनाओं की जानकारी, ओआरओपी, सातवां वेतन आयोग, कैन्टीन कार्ड, ईएसएचएस कार्ड, एजीआई से संबंधित लाभों एवं उनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शिविर में भूतपूर्व सैनिकों व वीरांगनाएं अपने साथ पीपीओ, डिस्चार्ज बुक, अपडेट बैंक पास बुक एवं एनईएफटी फार्म की छाया प्रति साथ लेकर आयें। अधिक जानकारी के लिए सूबेदार डी शान्ताराव से मोबाईल नं. 9511597091 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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